अद्यतन कृषि के कुछ महत्वपूर्ण पहलू |
राष्ट्रीय बागवानी मिशन : बागवानी उत्पादों में और वृद्धि के लिए केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय बागवानी मिशन नामक कार्यक्रम की मई, 2005 में शुरुआत की गयी है। इस मिशन के अंतर्गत वर्ष 2011-12 तक देश में बागवानी उत्पादन 300 मिलियन टन तथा बागवानी के अंतर्गत बुवाई क्षेत्र को 40 लाख हेक्टेयर करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
तिलहनों और ऑयल पाम पर राष्ट्रीय मिशन
कृषि विस्तार एवं प्रौद्योगिकी पर राष्ट्रीय मिशन (NMAET)
समन्वित वाटरशेड प्रबंधन कार्यक्रम .
- वर्ष 2009-10 में शुरू किये गये ‘ समन्वित वाटरशेड प्रबंधन कार्यक्रम’ (Integrated Watershed Management Programme) को कैबिनेट द्वारा गत दिनों सरकार का फ्लैगशिप कार्यक्रम घोषित किया गया।
- 12 पंचवर्षीय योजना (2012-17) के तहत इस कार्यक्रम के लिए 29,296 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है।
- इस कार्यक्रम के दायरे में देश के 60% उस वर्षा सिंचित क्षेत्र को लाया गया है, जहां भूमि अपक्षय प्रवण, कुपोषण, जल संकट, गरीबी और निम्न उत्पादकता जैसी समस्याएं अधिक हैं। कार्यक्रम में जहां केंद्रीय भागीदारी 90% होगी, वहीं राज्यों का योगदान 10% होगा।
औषधीय पौधे :
भारत में प्राचीनकाल से ही प्रयोग होने वाले औषधीय पौधों में से कुछ का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है-
नीम-
नीम को वनस्पति विज्ञान में अजेडिरक्टा इंडिका कहा जाता है। भारतीय उपमहाद्वीप में पाये जाने वाले इस वृक्ष का प्रत्येक अवयव औषधीय महत्व का होता है।